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लुभानेवाले हालात का विरोध कैसे करें?

लुभानेवाले हालात का विरोध कैसे करें?

चुनौती

“कभी-कभी लड़कियाँ मेरा फोन नंबर माँगती हैं और अपने साथ लैंगिक काम (हुक-अप) करने के लिए मुझे लुभाती हैं। मैं साफ मना कर देता हूँ और वहाँ से चला जाता हूँ। पर बाद में मेरे मन में बार-बार खयाल आता है, ‘उसे अपना नंबर देने में क्या बुराई थी?’ सच कहूँ तो उनमें से कुछ लड़कियाँ बहुत खूबसूरत हैं। ऐसे खयाल किसी के भी मन में आ सकते हैं, ‘आखिर क्या बुराई है . . . ’”—16 साल का कुणाल। *

क्या आपको भी कुणाल की तरह लुभानेवाले हालात से जूझना पड़ता है? अगर हाँ, तो हिम्मत मत हारिए। आप ऐसे मुश्किल हालात में फँसने से बच सकते हैं।

आपको क्या मालूम होना चाहिए?

अगर आप लुभाए जाने पर समझौता कर लेते हैं तो आपको ही चोट पहुँचेगी

लुभानेवाले हालात किसी के सामने खड़े हो सकते हैं, बड़ों के सामने भी। और हाँ, ऐसे हालात किसी भी रूप में आ सकते हैं। परमेश्वर के एक वफादार सेवक पौलुस को भी कुछ ऐसे ही हालात से जूझना पड़ा। उस वक्‍त हालाँकि उसकी उम्र काफी हो चुकी थी, मगर उसने कहा, “[मैं] वाकई परमेश्वर के कानून में खुशी पाता [हूँ] मगर मैं अपने अंगों में दूसरे कानून को काम करता हुआ पाता हूँ, जो मेरे सोच-विचार पर राज करनेवाले कानून से लड़ता है और मुझे पाप के उस कानून का गुलाम बना लेता है।” (रोमियों 7:22, 23) इतना दबाव होने के बावजूद, पौलुस ने हालात से समझौता नहीं किया। आप भी ऐसा कर सकते हैं। तो फिर क्यों अपनी इच्छाओं को खुद पर हावी होने दें? (1 कुरिंथियों 9:27) अगर आप जवानी में लुभानेवाले हालात का सामना करना सीख लें, तो आपको आज और आनेवाले कल में भी फायदा होगा। कैसे? आज आप बहुत-सी चिंताओं से बच पाएँगे और अपने अंदर ऐसी काबिलीयत बढ़ा पाएँगे जो आगे चलकर आपके काम आएगी।

मीडिया आग में घी डालने का काम करती है। बाइबल उन “इच्छाओं” का ज़िक्र करती है, जो आम तौर पर ‘जवानी में उठती हैं।’ ये इच्छाएँ अपने आप में बहुत ज़बरदस्त होती हैं। (2 तीमुथियुस 2:22) लेकिन आज जवानों के लिए तैयार की गयी फिल्में, टीवी कार्यक्रम, संगीत और किताबें इस बात का यकीन दिलाती हैं कि लुभानेवाले हालात से समझौता करना गलत नहीं है। इस तरह ये जवानों की इच्छाओं को और भड़का देती हैं। उदाहरण के लिए, एक फिल्म में अगर दो किरदार एक-दूसरे से ‘प्यार करते हैं,’ तो कहानी में एक वक्‍त ऐसा आएगा जब वे एक-दूसरे से शारीरिक संबंध बनाएँगे ही। लेकिन बाइबल कहती है कि हकीकत यह है, एक आदमी और औरत में “शरीर की ख्वाहिशों” या इच्छाओं से “अपने आप को दूर” रखने की ताकत होती है। (1 पतरस 2:11) इसका मतलब आप लुभानेवाले हालात का विरोध कर सकते हैं। लेकिन फैसला आप पर है, क्या आप ऐसा करेंगे?

आप क्या कर सकते हैं

अपनी कमज़ोरियाँ पहचानिए। एक ज़ंजीर के उस जगह से टूटने की ज़्यादा गुंजाइश होती है, जहाँ पर उसकी कड़ी सबसे ज़्यादा कमज़ोर होती है। उसी तरह, सही काम करने का आपका इरादा तब कमज़ोर पड़ सकता है जब आपकी कमज़ोरियाँ आप पर हावी हो जाती हैं। तो पहचानिए कि आपकी कमज़ोरी क्या है और उस बारे में ज़्यादा सतर्क रहिए।—बाइबल सिद्धांत: याकूब 1:14.

यह मानकर चलिए कि आपके सामने लुभानेवाले हालात खड़े हो सकते हैं। सोचिए कि किन हालात में आपको लुभाया जा सकता है। पहले से तैयार रहिए कि अगर आपको लुभाया जाता है, तो आप क्या कदम उठाएँगे।—बाइबल सिद्धांत: नीतिवचन 22:3.

सही काम करने का अपना इरादा मज़बूत कीजिए। बाइबल बताती है कि जब यूसुफ नाम के एक जवान को लैंगिक संबंध बनाने के लिए लुभाया गया, तो उसने कहा, “मैं ऐसी बड़ी दुष्टता करके परमेश्वर के विरोध में कैसे पाप कर सकता हूं।” (उत्पत्ति 39:9, अ न्यू हिंदी ट्रांस्लेशन) शब्द ‘मैं कैसे पाप कर सकता हूँ’ दिखाते हैं कि सही काम करने का यूसुफ का इरादा बहुत मज़बूत था। क्या आप भी ऐसा कर सकते हैं?

ऐसे दोस्त बनाइए जो आपकी मदद कर सकें। अगर आप ऐसे दोस्त चुनें जो आपकी तरह नैतिक स्तरों पर चलने का इरादा रखते हैं, तो काफी हद तक आप लुभानेवाले हालात में पड़ने से बच सकते हैं। बाइबल कहती है, “बुद्धिमानों की संगति कर, तब तू भी बुद्धिमान हो जाएगा।”—नीतिवचन 13:20.

ऐसे माहौल में मत रहिए जिसमें लुभानेवाले हालात से बचना मुश्किल हो सकता है। जैसे:

  • विपरीत लिंग के व्यक्‍ति के साथ अकेले मत रहिए।

  • ऐसे समय या ऐसी जगह पर इंटरनेट इस्तेमाल मत कीजिए, जब आपमें अश्‍लील तसवीरें या वीडियो देखने की इच्छा बढ़ सकती है।

  • ऐसे लोगों से दूर रहिए, जिनकी बोली और व्यवहार से लगता है कि गलत काम करना सही है।

आपके सामने लुभानेवाले हालात न आएँ, इसके लिए आप कौन-से कदम उठाएँगे?—बाइबल सिद्धांत: 2 तीमुथियुस 2:22.

मदद के लिए प्रार्थना कीजिए। यीशु ने अपने चेलों से कहा, “लगातार प्रार्थना करते रहो, ताकि तुम परीक्षा [लुभानेवाले हालात] में न पड़ो।” (मत्ती 26:41) असल में परमेश्वर यहोवा चाहता है कि आप लुभानेवाले हालात से बाहर निकलें और ऐसा करने में वह आपकी मदद करेगा। बाइबल कहती है, “वह तुम्हें ऐसी किसी भी परीक्षा में नहीं पड़ने देगा जो तुम्हारी बरदाश्त के बाहर हो, मगर परीक्षा के साथ-साथ वह उससे निकलने का रास्ता भी निकालेगा ताकि तुम इसे सहन कर सको।”—1 कुरिंथियों 10:13. ▪ (g14-E 10)

^ पैरा. 4 नाम बदल दिया गया है।