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गीत 155

हमेशा की खुशी

हमेशा की खुशी

(भजन 16:11)

  1. 1. झिलमिल सितारों से सजा

    है शानदार आसमाँ!

    सुबोह या शाम, तसवीर नयी

    बनाता तू याह!

    हर चीज़ तूने प्यार से रची

    जिससे तेरे दिल को मिली

    खुशी लाजवाब!

    (कोरस)

    ये खुशी सृष्टि में दिखती;

    ये मिले जब दें खुशखबरी

    कि तू लाएगा फिरदौस।

    पर जुड़े रिश्‌-ता जब तुझसे,

    बेमिसाल खुशी हैं पाते;

    तुझसे ही हमें मिलती

    हमेशा की खुशी!

  2. 2. तूने दिया सब कुछ हमें

    कि पाएँ खुशी।

    तेरा ये प्यार खींचे हमें

    तेरे और करीब।

    दी थी कमाल की ज़िंदगी,

    जो ना खतम होती कभी;

    दीं खुश्‌-याँ सारी!

    (कोरस)

    ये खुशी सृष्टि में दिखती;

    ये मिले जब दें खुशखबरी

    कि तू लाएगा फिरदौस।

    पर जुड़े रिश्‌-ता जब तुझसे,

    बेमिसाल खुशी हैं पाते;

    तुझसे ही हमें मिलती

    हमेशा की खुशी!

    (जोड़नेवाली पंक्‍तियाँ)

    कुरबाँ ना होता गर

    खुशी से बेटा तेरा,

    तो मिलती ना आशा हमें

    जीने की खुशी से सदा!

    (कोरस)

    ये खुशी सृष्टि में दिखती;

    ये मिले जब दें खुशखबरी

    कि तू लाएगा फिरदौस।

    पर जुड़े रिश्‌-ता जब तुझसे,

    बेमिसाल खुशी हैं पाते;

    तुझसे ही हमें मिलती

    हमेशा की खुशी!

    (कोरस)

    ये खुशी सृष्टि में दिखती;

    ये मिले जब दें खुशखबरी

    कि तू लाएगा फिरदौस।

    पर जुड़े रिश्‌-ता जब तुझसे,

    बेमिसाल खुशी हैं पाते;

    तुझसे ही हमें मिलती

    हमेशा की खुशी!