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पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)

सारांश

  • 1

    • दो राहों में फर्क

      • परमेश्‍वर का कानून पढ़ने से मिलती खुशी (2)

      • नेक लोग फलदार पेड़ जैसे (3)

      • दुष्ट भूसी जैसे (4)

  • 2

    • यहोवा और उसका अभिषिक्‍त जन

      • यहोवा राष्ट्रों पर हँसता है (4)

      • वह राजा ठहराता है (6)

      • बेटे का सम्मान करो (12)

  • 3

    • खतरे के बावजूद परमेश्‍वर पर भरोसा

      • ‘इतने दुश्‍मन कहाँ से आए?’ (1)

      • “उद्धार करनेवाला यहोवा ही है” (8)

  • 4

    • प्रार्थना जो परमेश्‍वर पर भरोसा दिखाती है

      • “गुस्से से भर जाओ, तो भी पाप मत करो” (4)

      • ‘मैं चैन से सोऊँगा’ (8)

  • 5

    • यहोवा, नेक लोगों की पनाह

      • वह दुष्टता से नफरत करता है (4, 5)

      • “मुझे अपनी नेक राह पर ले चल” (8)

  • 6

    • परमेश्‍वर से कृपा की बिनती

      • मरे हुए उसकी तारीफ नहीं कर सकते (5)

      • परमेश्‍वर कृपा की बिनती सुनता है (9)

  • 7

    • यहोवा सच्चा न्यायी है

      • ‘हे यहोवा, मेरा न्याय कर’ (8)

  • 8

    • परमेश्‍वर की महिमा और इंसान की गरिमा

      • “तेरा नाम क्या ही गौरवशाली है!” (1, 9)

      • “नश्‍वर इंसान है ही क्या?” (4)

      • उसे वैभव का ताज पहनाया (5)

  • 9

    • परमेश्‍वर के आश्‍चर्य के कामों का बखान

      • यहोवा, एक ऊँचा गढ़ (9)

      • उसका नाम जानना, उस पर भरोसा रखना है (10)

  • 10

    • यहोवा, बेसहारों का मददगार

      • दुष्ट कहता है, “कोई परमेश्‍वर नहीं” (4)

      • लाचार लोग यहोवा की ओर ताकते हैं (14)

      • “यहोवा युग-युग का राजा है” (16)

  • 11

    • यहोवा की पनाह लेना

      • “यहोवा अपने पवित्र मंदिर में है” (4)

      • वह हिंसा से प्यार करनेवालों से नफरत करता है (5)

  • 12

    • यहोवा कदम उठाता है

      • परमेश्‍वर की कही बातें शुद्ध हैं (6)

  • 13

    • यहोवा से मिलनेवाले उद्धार के लिए तरसना

      • ‘हे यहोवा, कब तक?’ (1, 2)

      • यहोवा ढेरों आशीषें देता है (6)

  • 14

    • मूर्ख का ब्यौरा

      • “कोई यहोवा नहीं” (1)

      • “कोई भी भला काम नहीं करता” (3)

  • 15

    • यहोवा के तंबू में कौन रह सकता है?

      • जो दिल में सच बोलता है (2)

      • दूसरों को बदनाम नहीं करता (3)

      • वादे निभाता है, फिर चाहे नुकसान सहना पड़े (4)

  • 16

    • यहोवा, भलाई का सोता

      • “यहोवा मेरा भाग है” (5)

      • ‘रात को मेरे विचार मुझे सुधारते हैं’ (7)

      • ‘यहोवा मेरे दायीं तरफ रहता है’ (8)

      • “तू मुझे कब्र में नहीं छोड़ देगा” (10)

  • 17

    • हिफाज़त के लिए प्रार्थना

      • “तूने मेरा दिल जाँचा” (3)

      • “अपने पंखों की छाँव तले” (8)

  • 18

    • उद्धार के लिए परमेश्‍वर की तारीफ करना

      • “यहोवा मेरे लिए बड़ी चट्टान” है (2)

      • वफादार के साथ वफादारी निभाता है (25)

      • परमेश्‍वर का काम खरा है (30)

      • “तेरी नम्रता मुझे ऊँचा उठाती है” (35)

  • 19

    • सृष्टि और कानून की गवाही

      • “आसमान परमेश्‍वर की महिमा बयान करता है” (1)

      • परमेश्‍वर का खरा कानून जान में जान डालता है (7)

      • “मुझसे अनजाने में जो पाप हुए हैं” (12)

  • 20

    • परमेश्‍वर के अभिषिक्‍त राजा का उद्धार

      • कुछ रथों पर भरोसा करते हैं, ‘मगर हम यहोवा का नाम पुकारते हैं’ (7)

  • 21

    • यहोवा पर भरोसा करनेवाले राजा पर आशीषें

      • राजा को लंबी उम्र दी गयी (4)

      • परमेश्‍वर के दुश्‍मनों की हार (8-12)

  • 22

    • निराशा से उबरकर तारीफ करना

      • “तूने मुझे क्यों छोड़ दिया?” (1)

      • वे “मेरे कपड़े के लिए चिट्ठियाँ डालते हैं” (18)

      • मंडली में परमेश्‍वर की तारीफ (22, 25)

      • सब परमेश्‍वर की उपासना करेंगे (27)

  • 23

    • “यहोवा मेरा चरवाहा है”

      • “मुझे कोई कमी नहीं होगी” (1)

      • “वह मुझे तरो-ताज़ा करता है” (3)

      • “मेरा प्याला लबालब भरा है” (5)

  • 24

    • गौरवशाली राजा फाटकों से दाखिल हुआ

      • ‘धरती यहोवा की है’ (1)

  • 25

    • मार्गदर्शन और माफी के लिए प्रार्थना

      • “मुझे अपने रास्ते सिखा” (4)

      • “यहोवा से गहरी दोस्ती” (14)

      • “मेरे सभी पाप माफ कर दे” (18)

  • 26

    • निर्दोष चाल चलना

      • “हे यहोवा, मुझे परखकर देख” (2)

      • बुरी संगति से दूर रहना (4, 5)

      • ‘मैं वेदी के चारों तरफ घूमूँगा’ (6)

  • 27

    • यहोवा, मेरे जीवन का मज़बूत गढ़

      • परमेश्‍वर के मंदिर के लिए कदर (4)

      • यहोवा परवाह करता है, फिर चाहे माता-पिता न करें (10)

      • “यहोवा पर आशा रख” (14)

  • 28

    • इस भजन के लेखक की प्रार्थना सुनी गयी

      • ‘यहोवा मेरी ताकत और ढाल है’ (7)

  • 29

    • यहोवा की दमदार आवाज़

      • पवित्र पोशाक पहने उपासना करो (2)

      • “गौरवशाली परमेश्‍वर गरज रहा है” (3)

      • वह अपने लोगों को ताकत देता है (11)

  • 30

    • मातम जश्‍न में बदल गया

      • परमेश्‍वर की कृपा ज़िंदगी-भर बनी रहती है (5)

  • 31

    • यहोवा की पनाह लेना

      • “मैं अपनी जान तेरे हवाले करता हूँ” (5)

      • ‘यहोवा, सच्चाई का परमेश्‍वर’ (5)

      • परमेश्‍वर की अपार भलाई (19)

  • 32

    • सुखी हैं वे जो माफी पाते हैं

      • ‘मैंने अपना पाप मान लिया’ (5)

      • परमेश्‍वर तुझे अंदरूनी समझ देता है (8)

  • 33

    • सृष्टिकर्ता की तारीफ करो

      • “उसके लिए एक नया गीत गाओ” (3)

      • यहोवा के वचन और उसकी साँस से सृष्टि हुई (6)

      • उसका राष्ट्र सुखी है (12)

      • उसकी नज़र अपने लोगों पर (18)

  • 34

    • यहोवा अपने सेवकों को बचाता है

      • “आओ, हम मिलकर उसके नाम की बड़ाई करें” (3)

      • उसका स्वर्गदूत हिफाज़त करता है (7)

      • ‘परखकर देखो, यहोवा भला है’ (8)

      • “उसकी एक भी हड्डी नहीं तोड़ी गयी” (20)

  • 35

    • दुश्‍मनों से छुड़ाने की प्रार्थना

      • दुश्‍मन खदेड़ दिए जाएँ (5)

      • भीड़ में परमेश्‍वर की तारीफ (18)

      • बेवजह नफरत की गयी (19)

  • 36

    • परमेश्‍वर का अटल प्यार अनमोल है

      • दुष्ट परमेश्‍वर से नहीं डरता (1)

      • परमेश्‍वर जीवन देनेवाला है (9)

      • ‘तेरी रौशनी से रौशनी मिलती है’ (9)

  • 37

    • यहोवा पर भरोसा रखनेवाले फले-फूलेंगे

      • बुरे लोगों की वजह से मत झुँझलाना (1)

      • “यहोवा में अपार खुशी पा” (4)

      • “अपना सबकुछ यहोवा पर छोड़ दे” (5)

      • “दीन लोग धरती के वारिस होंगे” (11)

      • नेक इंसान को रोटी की कमी नहीं होगी (25)

      • वे धरती पर हमेशा जीएँगे (29)

  • 38

    • पश्‍चाताप करनेवाले की प्रार्थना

      • “मैं टूट चुका हूँ, यह दर्द बरदाश्‍त से बाहर है” (6)

      • यहोवा उनकी सुनता है जो उसका इंतज़ार करते हैं (15)

      • “पाप की वजह से मेरा मन बेचैन था” (18)

  • 39

    • ज़िंदगी छोटी है

      • इंसान बस एक साँस है (5, 11)

      • “मेरे आँसुओं को अनदेखा न कर” (12)

  • 40

    • बेजोड़ परमेश्‍वर का शुक्रिया अदा करना

      • परमेश्‍वर के बेशुमार कामों का बखान करना नामुमकिन (5)

      • बलिदान ही सबकुछ नहीं (6)

      • “तेरी मरज़ी पूरी करने में ही मेरी खुशी है” (8)

  • 41

    • बिस्तर पर पड़े बीमार की प्रार्थना

      • परमेश्‍वर बीमार को सँभालता है (3)

      • जिगरी दोस्त ने दगा दी (9)

  • 42

    • महान उद्धारकर्ता की तारीफ करना

      • परमेश्‍वर के लिए तरसना जैसे हिरन पानी के लिए तरसता है (1, 2)

      • “मेरे मन, तू क्यों इतना उदास है?” (5, 11)

      • “परमेश्‍वर का इंतज़ार कर” (5, 11)

  • 43

    • परमेश्‍वर न्यायी बनकर छुड़ाता है

      • “अपनी रौशनी और सच्चाई मुझे दे” (3)

      • “मेरे मन, तू क्यों इतना उदास है?” (5)

      • “परमेश्‍वर का इंतज़ार कर” (5)

  • 44

    • मदद के लिए प्रार्थना

      • “तूने ही हमें बचाया” (7)

      • ‘उन भेड़ों जैसी जिन्हें हलाल किया जाएगा’ (22)

      • “हमारी मदद के लिए जल्दी उठ!” (26)

  • 45

    • अभिषिक्‍त राजा की शादी

      • सुहावने बोल (2)

      • “परमेश्‍वर हमेशा-हमेशा के लिए तेरी राजगद्दी है” (6)

      • दुल्हन की खूबसूरती निहारने की चाह (11)

      • बेटे, सारी धरती पर हाकिम (16)

  • 46

    • ‘परमेश्‍वर हमारी पनाह है’

      • उसके आश्‍चर्य के काम (8)

      • वह पूरी धरती से युद्ध मिटाएगा (9)

  • 47

    • परमेश्‍वर, सारी धरती का राजा

      • “यहोवा विस्मयकारी परमेश्‍वर है” (2)

      • उसकी तारीफ में गीत गाओ (6, 7)

  • 48

    • सिय्योन, महाराजाधिराज का नगर

      • सारी धरती के लिए हर्ष का कारण (2)

      • नगर और मीनारों को गौर से देखो (11-13)

  • 49

    • दौलत पर भरोसा रखना बेवकूफी है

      • कोई इंसान दूसरे को छुड़ा नहीं सकता (7, 8)

      • परमेश्‍वर कब्र से छुड़ाता है (15)

      • दौलत मौत से नहीं बचा सकती (16, 17)

  • 50

    • वफादार और दुष्ट का न्याय

      • बलिदान की बिना पर परमेश्‍वर के साथ करार (5)

      • “परमेश्‍वर खुद न्यायी है” (6)

      • सभी जानवर परमेश्‍वर के हैं (10, 11)

      • दुष्टों का परदाफाश (16-21)

  • 51

    • पश्‍चाताप करनेवाले की प्रार्थना

      • गर्भ में पड़ने के समय से पापी (5)

      • “मेरा पाप दूर कर दे” (7)

      • “मेरे अंदर एक साफ दिल पैदा कर” (10)

      • कुचला दिल परमेश्‍वर को भाता है (17)

  • 52

    • परमेश्‍वर के अटल प्यार पर भरोसा रखना

      • बुराई पर डींग मारनेवालों को चेतावनी (1-5)

      • भक्‍तिहीन लोगों का दौलत पर भरोसा (7)

  • 53

    • मूर्खों का ब्यौरा

      • “कोई यहोवा नहीं” (1)

      • “कोई भी भला काम नहीं करता” (3)

  • 54

    • दुश्‍मन से घिर जाने पर मदद की प्रार्थना

      • “परमेश्‍वर मेरा मददगार है” (4)

  • 55

    • दोस्त के दगा देने पर प्रार्थना

      • करीबी दोस्त ने ताने मारे (12-14)

      • “सारा बोझ यहोवा पर डाल दे” (22)

  • 56

    • सताए जाने पर प्रार्थना

      • “मुझे परमेश्‍वर पर भरोसा है” (4)

      • ‘मेरे आँसू अपनी मशक में भर ले’ (8)

      • “इंसान मेरा क्या बिगाड़ सकता है?” (4, 11)

  • 57

    • कृपा की बिनती

      • परमेश्‍वर के पंखों तले पनाह (1)

      • दुश्‍मन अपने ही जाल में फँस गए (6)

  • 58

    • दुनिया का न्याय करनेवाला एक परमेश्‍वर है

      • दुष्टों को सज़ा देने की प्रार्थना (6-8)

  • 59

    • परमेश्‍वर, एक ढाल और पनाह

      • ‘गद्दारों पर तरस न खा’ (5)

      • ‘मैं तेरी ताकत का गुणगान करूँगा’ (16)

  • 60

    • परमेश्‍वर दुश्‍मनों को हराता है

      • इंसान पर आस लगाना बेकार (11)

      • “परमेश्‍वर से हमें ताकत मिलेगी” (12)

  • 61

    • परमेश्‍वर, एक मज़बूत मीनार

      • ‘मैं तेरे तंबू में मेहमान बनकर रहूँगा’ (4)

  • 62

    • सही मायनों में उद्धार परमेश्‍वर दिलाता है

      • “मैं चुपचाप परमेश्‍वर का इंतज़ार करता हूँ” (1, 5)

      • ‘उसके आगे दिल खोलकर रख दो’ (8)

      • इंसान बस एक साँस है (9)

      • दौलत पर भरोसा मत रखो (10)

  • 63

    • परमेश्‍वर के लिए तरसना

      • “तेरा अटल प्यार जीवन से कहीं ज़्यादा अनमोल है” (3)

      • ‘उम्दा हिस्सा पाकर संतुष्ट’ (5)

      • रात को परमेश्‍वर के बारे में मनन करना (6)

      • ‘मैं परमेश्‍वर से लिपटा रहता हूँ’ (8)

  • 64

    • छिपकर किए जानेवाले हमलों से बचाव

      • “परमेश्‍वर उन पर तीर चलाएगा” (7)

  • 65

    • परमेश्‍वर धरती की देखभाल करता है

      • ‘प्रार्थना का सुननेवाला’ (2)

      • ‘सुखी है वह जिसे तू चुनता है’ (4)

      • परमेश्‍वर की भरपूर आशीषें (11)

  • 66

    • परमेश्‍वर के विस्मयकारी काम

      • ‘आओ, परमेश्‍वर के काम देखो’ (5)

      • ‘मैं सारी मन्‍नतें पूरी करूँगा’ (13)

      • परमेश्‍वर प्रार्थना सुनता है (18-20)

  • 67

    • धरती के कोने-कोने में रहनेवाले परमेश्‍वर का डर मानेंगे

      • उसकी राह के बारे में सब जानेंगे (2)

      • ‘सभी देशों के लोग उसकी तारीफ करें’ (3, 5)

      • “परमेश्‍वर हमें आशीष देगा” (6, 7)

  • 68

    • ‘परमेश्‍वर के दुश्‍मन तितर-बितर हो जाएँ’

      • “अनाथों का पिता” (5)

      • जो अकेले हैं उन्हें वह घर देता है (6)

      • औरतें खुशखबरी सुनाती हैं (11)

      • आदमियों के रूप में तोहफे (18)

      • यहोवा हर दिन हमारा बोझ ढोता है (19)

  • 69

    • बचाव के लिए प्रार्थना

      • “तेरे भवन के लिए जोश की आग ने मुझे भस्म कर दिया है” (9)

      • “फौरन मेरी पुकार सुन ले” (17)

      • ‘उन्होंने मुझे सिरका दिया’ (21)

  • 70

    • फौरन मदद करने की बिनती

      • “मेरी खातिर जल्द कदम उठा” (5)

  • 71

    • बुज़ुर्ग जनों का भरोसा

      • बचपन से परमेश्‍वर पर भरोसा (5)

      • “जब मेरी ताकत जवाब दे जाए” (9)

      • ‘बचपन से मुझे सिखाता आया है’ (17)

  • 72

    • परमेश्‍वर के ठहराए राजा के राज में शांति

      • “नेक जन फूले-फलेगा” (7)

      • प्रजा, एक सागर से दूसरे सागर तक (8)

      • ज़ुल्म से छुटकारा (14)

      • धरती पर बहुतायत में अनाज (16)

      • परमेश्‍वर के नाम की सदा तारीफ हो (19)

  • 73

    • परमेश्‍वर की भक्‍ति करनेवाला दोबारा उसका नज़रिया अपनाता है

      • “मेरे कदम बहकने ही वाले थे” (2)

      • “सारा दिन मैं तड़पता रहता था” (14)

      • ‘जब मैं परमेश्‍वर के भवन में गया’ (17)

      • दुष्ट फिसलनेवाली ज़मीन पर (18)

      • परमेश्‍वर के करीब जाना भला है (28)

  • 74

    • प्रार्थना कि परमेश्‍वर अपने लोगों को याद करे

      • उसने जो उद्धार दिलाया उसे याद किया गया (12-17)

      • ‘ध्यान दे, दुश्‍मन कैसे ताना कसते हैं’ (18)

  • 75

    • परमेश्‍वर सच्चा न्याय करता है

      • दुष्ट, यहोवा का प्याला पीएँगे (8)

  • 76

    • सिय्योन के दुश्‍मनों पर परमेश्‍वर की जीत

      • परमेश्‍वर दीनों को बचाता है (9)

      • दुश्‍मनों का घमंड चूर करेगा (12)

  • 77

    • संकट की घड़ी में प्रार्थना

      • परमेश्‍वर के कामों पर मनन (11, 12)

      • ‘क्या कोई तुझ जैसा महान है?’ (13)

  • 78

    • परमेश्‍वर की परवाह; इसराएल में विश्‍वास की कमी

      • आनेवाली पीढ़ी को बताना (2-8)

      • “उन्होंने परमेश्‍वर पर विश्‍वास नहीं किया” (22)

      • “स्वर्ग का अनाज” (24)

      • ‘उन्होंने परमेश्‍वर का दिल दुखाया’ (41)

      • मिस्र से वादा किए हुए देश तक (43-55)

      • ‘परमेश्‍वर को चुनौती देते रहे’ (56)

  • 79

    • तब की प्रार्थना जब राष्ट्रों ने परमेश्‍वर के लोगों पर हमला किया

      • ‘हम मज़ाक बन गए हैं’ (4)

      • ‘अपने नाम की खातिर मदद कर’ (9)

      • ‘हमारे पड़ोसियों को सात गुना बदला चुका’ (12)

  • 80

    • इसराएल के चरवाहे से बहाली की प्रार्थना

      • “हे परमेश्‍वर, हमें बहाल कर दे” (3)

      • इसराएल, परमेश्‍वर के अंगूर की बेल (8-15)

  • 81

    • आज्ञा मानने का बढ़ावा

      • पराए देवताओं की पूजा मत करो (9)

      • ‘काश, तुम मेरी बात सुनते’ (13)

  • 82

    • परमेश्‍वर से सच्चे न्याय की दुहाई

      • वह “ईश्‍वरों” के बीच न्याय करता है (1)

      • ‘दीन-दुखियों की पैरवी करो’ (3)

      • “तुम सब ईश्‍वर हो” (6)

  • 83

    • ऐसे वक्‍त पर प्रार्थना जब दुश्‍मनों से सामना हो

      • “हे परमेश्‍वर, तू क्यों चुप है?” (1)

      • दुश्‍मन, उखड़े हुए पौधे जैसे (13)

      • परमेश्‍वर का नाम यहोवा है (18)

  • 84

    • परमेश्‍वर के महान डेरे के लिए तरसना

      • एक लेवी की पंछी बनने की चाह (3)

      • “तेरे आँगनों में एक दिन” (10)

      • ‘परमेश्‍वर सूरज और ढाल है’ (11)

  • 85

    • बहाली की प्रार्थना

      • परमेश्‍वर वफादार जनों से शांति की बातें करेगा (8)

      • अटल प्यार और वफादारी मिलेंगे (10)

  • 86

    • यहोवा के समान कोई नहीं

      • वह माफ करने को तत्पर रहता है (5)

      • सब राष्ट्र यहोवा की उपासना करेंगे (9)

      • “मुझे अपनी राह के बारे में सिखा” (11)

      • “मेरे मन को एक कर” (11)

  • 87

    • सिय्योन, सच्चे परमेश्‍वर की नगरी

      • जो सिय्योन में पैदा हुए (4-6)

  • 88

    • मौत से बचाए रखने की प्रार्थना

      • ‘मैं कब्र की दहलीज़ पर हूँ’ (3)

      • ‘हर सुबह तुझसे प्रार्थना करता हूँ’ (13)

  • 89

    • यहोवा के अटल प्यार के बारे में गाना

      • दाविद के साथ करार (3)

      • दाविद का वंश सदा बना रहेगा (4)

      • परमेश्‍वर का अभिषिक्‍त जन उसे “पिता” पुकारता है (26)

      • दाविद से किया करार पक्का है (34-37)

      • इंसान कब्र से बच नहीं सकता (48)

  • 90

    • परमेश्‍वर युग-युग का है, पर इंसान चंद दिनों का

      • हज़ार साल ऐसे जैसे बीता हुआ कल (4)

      • इंसान 70-80 साल जीता है (10)

      • “हमें अपने दिन गिनना सिखा” (12)

  • 91

    • परमेश्‍वर की गुप्त जगह में हिफाज़त

      • बहेलिए से बचाए गए (3)

      • परमेश्‍वर के पंखों तले पनाह (4)

      • हज़ार गिरेंगे पर तू सलामत रहेगा (7)

      • स्वर्गदूतों को हिफाज़त करने का हुक्म (11)

  • 92

    • यहोवा सदा के लिए ऊँचा है

      • उसके महान काम और गहरे विचार (5)

      • ‘नेक जन पेड़ की तरह फलेगा-फूलेगा’ (12)

      • बुज़ुर्ग फलते-फूलते रहेंगे (14)

  • 93

    • यहोवा का वैभवशाली राज

      • “यहोवा राजा बना है!” (1)

      • ‘तू जो हिदायतें याद दिलाता है वे भरोसेमंद हैं’ (5)

  • 94

    • परमेश्‍वर से प्रार्थना कि वह बदला चुकाए

      • “दुष्ट कब तक आनंद मनाते रहेंगे?” (3)

      • सुखी है वह जिसे याह सुधारता है (12)

      • वह अपने लोगों को नहीं त्यागेगा (14)

      • ‘कानून की आड़ में मुसीबत खड़ी करना’ (20)

  • 95

    • सच्ची उपासना के साथ आज्ञा मानना

      • “आज अगर तुम उसकी आवाज़ सुनो” (7)

      • “अपना दिल कठोर मत करना” (8)

      • “ये मेरे विश्राम में दाखिल न होंगे” (11)

  • 96

    • “यहोवा के लिए एक नया गीत गाओ”

      • वह सबसे ज़्यादा तारीफ के काबिल (4)

      • सभी देशों के देवता निकम्मे (5)

      • पवित्र पोशाक पहने उपासना करो (9)

  • 97

    • यहोवा, दूसरे देवताओं से ऊँचा

      • “यहोवा राजा बना है!” (1)

      • उससे प्यार करो, बुराई से नफरत (10)

      • नेक लोगों के लिए रौशनी (11)

  • 98

    • यहोवा, उद्धारकर्ता और सच्चा न्यायी

      • वह जो उद्धार दिलाता है, वह जग ज़ाहिर हुआ (2, 3)

  • 99

    • यहोवा, पवित्र राजा

      • करूबों पर विराजमान (1)

      • वह माफ करता और सज़ा देता है (8)

  • 100

    • सृष्टिकर्ता का शुक्रिया अदा करना

      • “खुशी-खुशी यहोवा की सेवा करो” (2)

      • “उसी ने हमें बनाया है” (3)

  • 101

    • एक राजा निर्दोष चाल चलता है

      • ‘मैं घमंड बरदाश्‍त नहीं करूँगा’ (5)

      • ‘मेरी आँखें विश्‍वासयोग्य लोगों पर लगी रहेंगी’ (6)

  • 102

    • एक सताए हुए इंसान की प्रार्थना

      • ‘मैं तनहा पंछी की तरह हूँ’ (7)

      • ‘मेरे दिन घटती छाया जैसे हैं’ (11)

      • “यहोवा सिय्योन को दोबारा बसाएगा” (16)

      • यहोवा सदा कायम रहता है (26, 27)

  • 103

    • “मेरा मन यहोवा की तारीफ करे”

      • वह हमारे पापों को दूर फेंकता है (12)

      • पिता की तरह दया करता है (13)

      • याद रखता है कि हम मिट्टी ही हैं (14)

      • उसकी राजगद्दी; उसका राज (19)

      • स्वर्गदूत उसके वचन का पालन करते हैं (20)

  • 104

    • सृष्टि के लिए परमेश्‍वर की तारीफ करना

      • धरती सदा बनी रहेगी (5)

      • इंसान के लिए दाख-मदिरा और रोटी (15)

      • “तेरे काम अनगिनत हैं!” (24)

      • ‘साँस ले ली जाती है, वे मर जाते हैं’ (29)

  • 105

    • यहोवा विश्‍वासयोग्य रहकर अपने लोगों की खातिर कदम उठाता है

      • वह अपना करार याद रखता है (8-10)

      • “मेरे अभिषिक्‍त जनों को हाथ मत लगाना” (15)

      • परमेश्‍वर, गुलाम बनाए यूसुफ का इस्तेमाल करता है (17-22)

      • मिस्र में परमेश्‍वर के चमत्कार (23-36)

      • इसराएल का निकलना (37-39)

      • परमेश्‍वर ने अब्राहम से किया वादा याद रखा (42)

  • 106

    • इसराएल ने कदर नहीं की

      • जल्द ही परमेश्‍वर के काम भूल गए (13)

      • परमेश्‍वर के बजाय बैल की मूरत की महिमा की (19, 20)

      • उन्हें परमेश्‍वर के वादे पर विश्‍वास नहीं था (24)

      • वे बाल की उपासना करने लगे (28)

      • दुष्ट स्वर्गदूतों के लिए बच्चों की बलि की (37)

  • 107

    • परमेश्‍वर के अजूबों के लिए उसका शुक्रिया अदा करो

      • वह उन्हें सही रास्ते से ले गया (7)

      • भूखे-प्यासों को संतुष्ट किया (9)

      • उन्हें अंधकार से बाहर लाया (14)

      • अपने वचन के ज़रिए उनकी बीमारी दूर की (20)

      • वह गरीबों को ज़ुल्म से बचाता है (41)

  • 108

    • दुश्‍मन पर जीत दिलाने के लिए प्रार्थना

      • इंसान पर आस लगाना बेकार (12)

      • “परमेश्‍वर से हमें ताकत मिलेगी” (13)

  • 109

    • एक दुखी आदमी की प्रार्थना

      • ‘उसका पद कोई और ले ले’ (8)

      • परमेश्‍वर गरीब के पास खड़ा होगा (31)

  • 110

    • मेल्कीसेदेक जैसा राजा और याजक

      • ‘अपने दुश्‍मनों के बीच राज कर’ (2)

      • खुद को पेश करनेवाले जवान ओस की बूँदों जैसे हैं (3)

  • 111

    • यहोवा के महान कामों के लिए उसकी तारीफ करना

      • उसका नाम पवित्र, विस्मयकारी (9)

      • यहोवा का डर मानना बुद्धिमानी है (10)

  • 112

    • नेक इंसान यहोवा का डर मानता है

      • दिल खोलकर उधार देनेवाला फलेगा-फूलेगा (5)

      • “नेक जन को हमेशा याद किया जाएगा” (6)

      • दरियादिल इंसान गरीबों को देता है (9)

  • 113

    • ऊँचे पर रहनेवाला यहोवा दीन जन को ऊपर उठाता है

      • उसके नाम की तारीफ सदा होती रहे (2)

      • वह नीचे झुकता है (6)

  • 114

    • मिस्र से इसराएल का छुटकारा

      • सागर भाग गया (5)

      • पहाड़ मेढ़ों की तरह उछले (6)

      • चकमक चट्टान सोते में बदली (8)

  • 115

    • सिर्फ परमेश्‍वर की महिमा की जानी चाहिए

      • बेजान मूरतें (4-8)

      • धरती इंसानों को दी गयी (16)

      • ‘मरे हुए याह की तारीफ नहीं करते’ (17)

  • 116

    • कदरदानी का गीत

      • ‘यहोवा की भलाई का बदला मैं कैसे चुकाऊँगा?’ (12)

      • “मैं उद्धार का प्याला पीऊँगा” (13)

      • ‘यहोवा से मानी मन्‍नतें पूरी करूँगा’ (14, 18)

      • वफादार जनों की मौत अनमोल है (15)

  • 117

    • यहोवा की तारीफ करने के लिए सब राष्ट्रों को बुलावा

      • परमेश्‍वर का अटल प्यार महान है (2)

  • 118

    • यहोवा की जीत के लिए उसका शुक्रिया अदा करना

      • ‘मैंने उसे पुकारा, उसने जवाब दिया’ (5)

      • “यहोवा मेरी तरफ है” (6, 7)

      • ठुकराया गया पत्थर कोने का मुख्य पत्थर बन गया (22)

      • “जो यहोवा के नाम से आता है” (26)

  • 119

    • परमेश्‍वर के अनमोल वचन के लिए कदर

      • ‘जवान कैसे साफ-सुथरी ज़िंदगी बिता सकते हैं?’ (9)

      • “तू जो हिदायतें याद दिलाता है उनसे मैं लगाव रखता हूँ” (24)

      • “तेरा वचन मेरी आशा है” (74, 81, 114)

      • “मैं तेरे कानून से कितना प्यार करता हूँ!” (97)

      • “जितने लोग मुझे सिखाते हैं, उन सबसे ज़्यादा अंदरूनी समझ” (99)

      • “तेरा वचन मेरे पाँव के लिए एक दीपक है” (105)

      • “तेरे वचन में लिखी हरेक बात सच्ची है” (160)

      • परमेश्‍वर के कानून से प्यार करनेवालों के लिए शांति (165)

  • 120

    • एक परदेसी शांति के लिए तरसता है

      • ‘मुझे छली ज़बान से बचा ले’ (2)

      • “मैं शांति चाहता हूँ” (7)

  • 121

    • यहोवा अपने लोगों की हिफाज़त करता है

      • “मुझे मदद यहोवा से मिलती है” (2)

      • यहोवा कभी नहीं सोता (3, 4)

  • 122

    • यरूशलेम की शांति के लिए प्रार्थना

      • यहोवा के भवन में जाने की खुशी (1)

      • साथ जोड़कर एक किया गया शहर (3)

  • 123

    • कृपा के लिए यहोवा की ओर ताकना

      • ‘दासों की तरह हमारी आँखें यहोवा पर टिकी रहती हैं’ (2)

      • ‘जितना अपमान सहना था, सह लिया’ (3)

  • 124

    • “अगर यहोवा हमारे साथ न होता”

      • टूटे फंदे से बच निकलना (7)

      • “यहोवा के नाम से मदद मिलती है” (8)

  • 125

    • यहोवा अपने लोगों की हिफाज़त करता है

      • “जैसे पहाड़ यरूशलेम को घेरे हुए हैं” (2)

      • “इसराएल पर शांति बनी रहे” (5)

  • 126

    • सिय्योन की बहाली से खुशहाली

      • ‘यहोवा ने बड़े-बड़े काम किए हैं’ (3)

      • रोनेवाला खुशी से जयजयकार करेगा (5, 6)

  • 127

    • परमेश्‍वर के बगैर सबकुछ बेकार

      • “अगर घर को यहोवा न बनाए” (1)

      • बच्चे परमेश्‍वर से मिला इनाम हैं (3)

  • 128

    • यहोवा का डर मानना सुख देता है

      • पत्नी, अंगूर की फलती-फूलती बेल (3)

      • ‘तुझे यरूशलेम को फलता-फूलता देखने का मौका मिले’ (5)

  • 129

    • हमला हुआ पर हरा न सके

      • सिय्योन से नफरत करनेवाले शर्मिंदा किए जाएँगे (5)

  • 130

    • “मैं दुख की गहरी खाई से तुझे पुकारता हूँ”

      • ‘अगर तू गुनाहों पर नज़र रखता’ (3)

      • यहोवा सच्ची माफी देता है (4)

      • “मैं यहोवा का बेसब्री से इंतज़ार करता हूँ” (6)

  • 131

    • दूध छुड़ाए बच्चे की तरह संतुष्ट

      • बड़ी चीज़ों की ख्वाहिश न रखना (1)

  • 132

    • दाविद और सिय्योन चुने गए

      • “अभिषिक्‍त जन को न ठुकरा” (10)

      • सिय्योन के याजकों को उद्धार की पोशाक पहनायी गयी (16)

  • 133

    • एक होकर रहना

      • हारून के सिर पर उँडेला गया तेल जैसा है (2)

      • हेरमोन की ओस जैसा है (3)

  • 134

    • रात के वक्‍त परमेश्‍वर की तारीफ करना

      • “पवित्रता से हाथ उठाकर प्रार्थना करो” (2)

  • 135

    • याह की महानता के लिए उसकी तारीफ करो

      • मिस्र के खिलाफ चिन्ह और चमत्कार (8, 9)

      • “तेरा नाम सदा कायम रहता है” (13)

      • बेजान मूरतें (15-18)

  • 136

    • यहोवा का अटल प्यार सदा बना रहता है

      • आकाश और धरती की रचना बड़ी कुशलता से की गयी (5, 6)

      • फिरौन लाल सागर में मर गया (15)

      • निराश लोगों पर परमेश्‍वर का ध्यान (23)

      • हरेक जीव के लिए खाना (25)

  • 137

    • बैबिलोन की नदियों के किनारे

      • सिय्योन का कोई गीत नहीं गाया (3, 4)

      • बैबिलोन उजाड़ दिया जाएगा (8)

  • 138

    • परमेश्‍वर महान है, फिर भी उसे परवाह है

      • ‘तूने मेरी प्रार्थना का जवाब दिया’ (3)

      • ‘खतरों से मुझे बचाया’ (7)

  • 139

    • परमेश्‍वर अपने सेवकों को जानता है

      • उसकी पवित्र शक्‍ति से कोई नहीं बच सकता (7)

      • “तूने मुझे लाजवाब तरीके से बनाया है” (14)

      • ‘मुझे तब देखा जब मैं एक भ्रूण था’ (16)

      • “मुझे उस राह पर ले चल जो सदा कायम रहेगी” (24)

  • 140

    • यहोवा, शक्‍तिशाली उद्धारकर्ता

      • दुष्ट आदमी साँपों जैसे हैं (3)

      • खूँखार आदमी मार डाले जाएँगे (11)

  • 141

    • हिफाज़त के लिए प्रार्थना

      • ‘मेरी प्रार्थना धूप जैसी हो’ (2)

      • नेक जन की फटकार तेल जैसी (5)

      • दुष्ट अपने ही जाल में फँसेंगे (10)

  • 142

    • सतानेवालों से बचाने के लिए प्रार्थना

      • “ऐसी कोई जगह नहीं जहाँ मैं भाग सकूँ” (4)

      • “तू ही मेरा सबकुछ है” (5)

  • 143

    • सूखी ज़मीन की तरह परमेश्‍वर के लिए प्यासा

      • ‘तेरे कामों पर गहराई से सोचता हूँ’ (5)

      • “मुझे तेरी मरज़ी पूरी करना सिखा” (10)

      • ‘तेरी पवित्र शक्‍ति भली है, वह मेरी अगुवाई करे’ (10)

  • 144

    • जीत के लिए प्रार्थना

      • “नश्‍वर इंसान क्या है?” (3)

      • ‘दुश्‍मन तितर-बितर हो जाएँ’ (6)

      • यहोवा के लोग सुखी हैं (15)

  • 145

    • महान राजा परमेश्‍वर की तारीफ करना

      • “मैं तेरी महानता का ऐलान करूँगा” (6)

      • “यहोवा सबके साथ भला करता है” (9)

      • “वफादार लोग तेरी तारीफ करेंगे” (10)

      • उसका राज सदा कायम रहेगा (13)

      • मुट्ठी खोलकर सबकी इच्छा पूरी करेगा (16)

  • 146

    • परमेश्‍वर पर भरोसा रखो, इंसानों पर नहीं

      • मरने पर इंसान के विचार मिट जाते हैं (4)

      • परमेश्‍वर झुके हुओं को उठाता है (8)

  • 147

    • परमेश्‍वर के प्यार-भरे और शक्‍तिशाली कामों की तारीफ करना

      • वह टूटे मनवालों को चंगा करता है (3)

      • तारों को नाम से पुकारता है (4)

      • बर्फ को ऊन की तरह भेजता है (16)

  • 148

    • सारी सृष्टि यहोवा की तारीफ करे

      • “स्वर्गदूतो, उसकी तारीफ करो” (2)

      • ‘सूरज, चाँद, तारो, उसकी तारीफ करो’ (3)

      • जवान और बुज़ुर्ग परमेश्‍वर की तारीफ करें (12, 13)

  • 149

    • परमेश्‍वर की जीत की तारीफ में एक गीत

      • वह अपने लोगों से खुश होता है (4)

      • सम्मान उसके वफादार लोगों का है (9)

  • 150

    • हर जीव याह की तारीफ करे

      • हल्लिलूयाह! (1, 6)